तरस रही हूँ . . . मोम की तरह पूरी रात दिल रोशनी से पिघलता रहा। पर वो इस हसीन रात को नहीं आये मेरे दिल में। मैं जलती रही और नीचे फिरसे जम...
सावन का सुहाना मौसम आया . . . संग राखी का त्यौहार लाया रिमझिम बारिश की बूंदे सुहानी पावन पर्व की सुनाती कहानी रीत नहीं यह बंध...
चरणों में जगह दे दे . . . हे पावन पुण्य सरस सलिला, देकर मां वरदान अमर कर दे। जब शीश गिरे समरांगन में मेरे, इतनी सी दया कर मां चरणों मे...
भईया के नाम . . . मैं यहाँ हूँ, किंतु प्राणों का तार समर्पित है, भईया के नाम! मैं रहूँ ना रहूं, मेरा प्यार समर्पित है, भईया के नाम...
कारगिल विजय दिवस ऊँचे नभ को छूने की देश के वीरों ने ठानी थी,, कारगिल विजय जवानों को प्राण दे पानी थी,, तिरंगा लहरा अपनी आजादी की...
आँखों के किनारे ठहरा एक आँसू कारगिल विजय दिवस मनाते खुशी खुशी हम,, अमर बलिदानी शहीदों को करे हम सब नमन,, विजय की खुशी के पीछे बलिदा...
आजाद तुझे सहस्त्र सलाम प्रणाम है राष्ट्र ऋणी तेरा गाए नित् यश गान है वादों इरादों का धनी अटूट राष्ट्रवादी स्वाधीनता का मतवाला दृढ़ न...
प्रेम है मित्र अथाह,असीम हृदयतल की गहराइयों से निष्पाप,निष्कलुष स्नेह है ,,तुमसे मित्र। जिसमे वासना नहीं हवस भी नहीं कोई माँग नहीं कोई उ...
सुनो पच्चीस साल हो गए,, हमें संग रहते प्रेम से,, खुश हूँ आपको पाकर,, आप भी मुझसे खुश हो,, मगर,,कुछ राज बताना चाहती हूँ,, आपको,,बहुत अरमा...
नैनों में अधूरी प्यास लिए। साथ पाने की आस लिए। गौरी लाडली मन मोह लिए। कान्हा पे सब कुछ लुटाए। ओ बाँके बिहारी मन हर लिए। देह रही बस प्राण...
नारी जल है ,हर पात्र में ढल जाए, हर रंग में रंग रंगीन हो जाए। नारी खुशबू है हवा में घुल जाए, महकती हर चीज में समा जाए। नारी एहसास है भाव...
जिसे मैंने चाहा दिल से वह किसी और की हो गई प्यार किया था मैंने दुल्हन किसी और की हो गई। बताती हो मुझे दिल से चाहने वाले बहुत हैं ठु...
हमारी दोस्ती का तो आज यही अंजाम होना था मुझे आज बदनाम और तुम्हें सरेआम होना था मैंने सोचा ख़ुदा के रहम से मिली मुझे दोस्ती थी ...
हर अच्छाई में कुछ बुराई भी समाई हैं, महिलाओं के समक्ष कड़ी चुनौती आई हैं। महिला कवयित्री की रचनाओं को सर्वत्र मिली बधाई हैं, प्रज्ञा सम...
तेरी बेचैनी सी आंखों में एक नजर जो मैंने फेरी थी एहसास हुआ पल भर ही सही तु अब भी शायद मेरी थी तु अब भी शायद मेरी थी.... मुझे ...
वो ज़माना और था...😌 कि जब दरवाजों पे ताला नहीं भरोसा लटकता था । कि जब पड़ोसियों के आधे बर्तन हमारे घर और हमारे बर्तन उनके घर मे होते थे। ...
तुम अविनाशी आत्मा तुममें बसे बैठेहै परमात्मा सूर्य की तरह अटल रहना चन्द्रमा सेअमृतोपम बनना ब्रह्मांड के शक्ति पुंज हो तुम ...
में हूं तेरा प्रेमी , तू भी है हमारी प्रेमी, कितना मिलन है सब जगह प्रकृति प्रेमी। देख के तेरा एक रूप दिल हमारा बने प्रेमी, सावन भी तेरा...
तेरी आँखे मृगनयनी सी। मुख छब अरुणिमा सी तू चंचल मृग छौने सी तेरी हर अदा बिजली सी।। सितारों के पार चलो। मेरे साथ दिलबर चलो। आओ कुछ देर ...
सत्य ,अद्भुत ,अविश्वसनीय राम। अकल्पनीय चरित्र के धनी राम। अधर्म पर धर्म स्थापित करे राम। रोम रोम में ,घट घट में बसे राम। लेखनी सफल करते...