जिसे मैंने चाहा दिल से वह किसी और की हो गई
प्यार किया था मैंने दुल्हन किसी और की हो गई।

बताती हो  मुझे  दिल  से चाहने वाले  बहुत  हैं
ठुकरा  दें सब  तो कहना  रुलाने वाले  बहुत हैं।

रोज  तेरे  मैसेज का इंतज़ार किया करता था
अंत में मैं ही मैसेज से इजहार किया करता था।

प्रेमी   से टूट कर  यह  जवानी बुरी लगती है
अब इश्क़ ,मुहब्बत  की  कहानी बुरी लगती है।

मैंने प्रॉपोज किया वह कहीं मेरी पसंद का नहीं हो
किस पीम की बेटी हो कहती मेरी पसंद का नहीं हो

तूने मुझे भूल गयी तुझे मज़बूरी होगी मैं मानता हूं
मेरी मोहब्ब्त में तुझे कमजोरी होगी मैं मानता हूं।

Anuranjan Kumar

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