शहर की बदली आबो-हवा देख रहा हूं , बीमारों की कतारें हाथों में दवा देख रहा हूं। मुर्दा खोर इंसानों से मिलना है तो देखिए ये ब...
इस मुल्क के दो टुकड़े करा कर गये अंग्रेज़, हिंदू और मुसलमा को लारा कर गये अंग्रेज। वे जाति जाति थोप गए नीतियां अपनी, फैलाओ भेदभ...
महिखाने सी भरी हुई है तुम्हारी निगाह में, अब आ भी जाइए न मेरी पनाह में,, रस्ते में हमें ठोकरें हर वक़्त मिली हैं, अपनों ने ही पत्थर ...
बेवक़्त कमरे में आना ठीक नहीं , बेवक़्त ही कमरे में क्यों आती हो ? पढ़े - इश्क का रोजा टूट गया . . . खुले ...
बेवजह तो छत पर न टहलती वो लड़की आंखों ही आंखों में कुछ कहती वो लड़की नजरें चुराकर है वो नज़रें मिलाती मोहब्बत में ग़ज़ब...
ख़ता मेरी नहीं फिर भी, क्यों दिल मेरा तड़पता है । तुम्हीं से मिलना चाहे इसलिए शायद बहकता है । बहाने को बनाना मैंने सीखा ही नहीं यारा...
रूह है बीमार तो हो जाने दो। घर में हो दीवार तो हो जाने दो । पढ़े - वादा है आपसे - भाग - 1 संग चलने को कोई तैयार नहीं, ज़िंदगी गर बे...
परवरदिगारे आलम राहे नेक दिखा दे या कर दुआ को पूरी, या हस्ती मिटा दे पढ़े - जुल्फों में सोने दे जिससे तेरे कदमों को चुंमू ओ...
हाथ में जब गुलाब देते हो । ज़ख्म तुम बेहिसाब देते हो । रुह से माजूर हो गए तो फिर, सब कहेंगे अजाब देते हो। पढ़े - दीवानगी का सुरूर - भाग ...
तुमसे वादा किया निभाना है । दूर होकर वफ़ा लुटाना है । तुम क्यों हालात से डरे दिलबर, सांसों में क्या नहीं घुलाना है । दीवानगी का सुरूर...
वफ़ा की कोई भी अदालत नहीं है , तभी ठीक मेरी तबीयत नहीं है । हैं गुमराह ही करने वाले सभी अब, किसी को भी मिलती नसीहत नहीं है । ...
आज हमसे अलविदा वो हो गया । करके वादा गुमशुदा वो हो गया । ऐसा करना चाहिए उसको नहीं, खेल दिल से बेवफा वो हो गया । इश्क़ मेरा विकला...
दिल से निकली वो बात सुनने दो चुप रहो, खमोशी के राज़ खुलने दो खुद को दिखादो आज वफ़ा-ऐ-मुहोब्बत उल्फत के शोलो से आग जलने दो...
फिर उज़ागर हो गई हैवानियत की नुमाईश ठंडे बक्शे में रख दो इंसानियत की नुमाईश पढ़े - तलाश में समंदर ख़ूनका और डूबके मरते हुए इंसान ह...
आज फूलो को खिलनेका इख्तियार नही खुद से शाम को ढलनेका इख्तियार नही पढ़े - बुलंद सितारों को हवा तय करती है पैमाईश-ए-रोशनी श...
भले ही #आँखों में नमी आए म़गर #फर्ज अपना निभा दीजिए । न तू सोचना हित ख़ुदी का "यशी " औरों की #खुशी को बढ़ा दीजिए । ...
राजे दिल सबसे छिपाया कीजिए, ग़म में अक्सर मुस्कुराया कीजिए । पढ़े - तुमसे वादा किया निभाना है शक करेंगे उल्फ़ते माज़ी पे सब, अपना माज़ी म...
दर्द क्या है सीने का ये पसलियां समझती हैं आपकी कमी की गरीबी को दुनिया क्या समझती है आज भी कब्रिस्तान जाकर बैठ ते है। ओर जिंदगी उजा...