समंदर में उठी लहरे किनारो की तलाश में
बिखरती रही यादे बहारों की तलाश में
कभी तो मिलेगा एक आशियाना यहाँ
नन्ही सी जान को तूफान का डर नही
कभी तो तरस खायेगा वो देखता होगा
निकली होगी तकदीर तारो की तलाश में
इंतजार कामियाबी का करते है
पीछे लगनेवाली कतारो की तलाश में