राजे दिल सबसे छिपाया कीजिए,
ग़म में अक्सर मुस्कुराया कीजिए ।

पढ़े - तुमसे वादा किया निभाना है

शक  करेंगे उल्फ़ते माज़ी पे सब,
अपना माज़ी मत बताया कीजिए।

पढ़े - वफ़ा की कोई भी अदालत नहीं है ।

सच को अपनाता नहीं है कोई अब,
झूट भी थोड़ा  मिलाया कीजिए।

पढ़े - इश्क़ मेरा विकलांग नहीं - 3

दे गया वो शख़्स मुझको इक सबक ,
दिल  किसी से मत लगाया कीजिए।

पढ़े - इश्क़ मेरा विकलांग नहीं - 2

नर्म  दिल को शख्त कर के यार अब,
हादसों   से   खेल   जाया   कीजिए ।

पढ़े - इश्क़ मेरा विकलांग नहीं - 1

लम्स की खुशबू में खोना अब नहीं ,
जां वतन पर ही लुटाया कीजिए ।

पढ़े - शमां बनके तू अब किधर

भोगना हो सुख"यशी" या दुख म़गर,
 बस रिदा सच की ओढ़ाया कीजिए ।

Radha Yshi

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