वफ़ा की कोई भी अदालत नहीं है,तभी ठीक मेरी तबीयत नहीं है ।
दीवानगी का सुरूर - 1दीवानगी का सुरूर - 2
शराफ़त का वो दौर साहब गया अब, जहां में कहीं भी मुहब्बत नहीं है ।
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