आओ बैठें . . . कभी मुझसे मेरी बात तो करके देखो.. पत्थर नहीं मोम हूं एक बार हाथ रख के तो देखो पूछने थे जो सवाल मुझसे दे चुकी अगर जवाब खुद...
देखती रहती हूं अपनी खिड़की से , उन बड़े से पेड़ की उन शाखों को. . . अपने आप में अनेक कहानियॉं लिए उन पत्तों को , मौसम के बदलने का अंदाज़...
मुझे वास्तविक जीवन पर आधारित कहानियां लिखना अच्छा लगता है । पर सब से पहेले में एक इंसान हूं । अपनी ज़िंदगी जीते हुए बहुत सारी ऐ...
तंग हूँ , परेशां हूँ , दीमक लगी दीवारों से , हर रिश्ता सड़ांध भरा , घुटता हुआ , कुंठित सा है ....!! दो मुँहे साँपों जैसा , हर चेहरा...
पुरानी होकर भी खास होती जा रही है.. मोहब्बत बेशर्म है जनाब बेहिसाब होती जा रही है।💕 #Readapoetry
बस एक ही सुर में, एक ही लय पे सुबह से देख, देख कैसे बरस रहा है उदास पानी फुहार के मलमली दुपट्टे से...
बचपन में खाना मनपसन्द न हो तो माँ कई और ऑप्शन देतीं... अच्छा घी लगा के गुड़ के साथ रोटी खा लो. अच्छा आलू की भुजिया बना दे...
हेल्लो... हेल्लो.... हेल्लो..... सोच रहा था ये फोन तो उठाया है.. फिर भी ये रिंग क्यों बज रही ...
दिन कुछ ऐसे गुज़ारता है कोई जैसे एहसान उतारता है कोई आईना देख के तसल्ली हुई हम को इस घर में जानता है कोई पक गया है शज़र पे फल श...
ऑपरेशन थयेटर में जब कोई अपना पास नही था मेरे, तो जोर से उस सिस्टर का हाथ पकड़र के इतना ही बोल सकी के, मेरा हाथ जोरो से पकड़ सकते...
हमसफर मैं मुख मोडती कैसे। साथ तेरा मैं छोडती कैसे। अंतिम साँसों तक का वादा था, बता मैं वादा तोडती कैसे,, कदम मिला के त...
मेरे रौशनदार में बैठा एक कबूतर जब अपनी मादा से गुटरगूँ कहता है लगता है मेरे बारे में, उसने कोई बात कही। शायद मेरा यूँ कमरे मे...
कभी तेरी यादें कभी तेरी बातें ज़हन में आती हैं तो मैं लिख लेती हूँ । कभी तेरी हँसी कभी तेरी उदासी ज़हन में आती है तो ...
" नन्ही चींटी जब दाना ले कर चलती है चढ़ती दीवारों पर, सौ बार फिसलती है मन का विश्वास रगों में साहस भरता है चढ़कर ...
मिलने की खवाईश... (भाग - १ ) - मिलने की खवाईश.... (भाग - २ ) - मिलने की खवाईश... ( भाग - ३ ) - मिलने की खावाईश.... ( भ...
शिखा की बातें सुन ने के बाद अब आलोक कॉलेज जाने के लिए निकल पड़ा। आलोक कॉलेज जाते वक़्त बता के गया की वो कॉलेज से सीधा घर ही...
रोहन को गुमने का बड़ा ही शोख़ था। वैसे वो ६ साल बाद अपने शहेर (गांव) में वापिस लौटा था। गांव में आते ही वों अपने सारे दोस्तों को मिल...
दुसरे दिन सुबह शिखा बाज़ार से आते वक़्त आलोक के घर पर गई। आलोक के घर पर कोई नहीं था तो शिखा ने हस कर आलोक पर फूलों की बारिश ...
पानी पूरी से शुरू हुई लव स्टोरी कहा तक पहोच ने वाली थी किसे पता था। कॉलेज में आलोक नाम का एक लड़का पढ़ता था। कॉले...