हमसफर मैं मुख मोडती कैसे।
साथ तेरा मैं छोडती कैसे।


अंतिम साँसों तक का वादा था,

बता मैं वादा तोडती कैसे,,


कदम मिला के तुम साथ चले थे,

हाथ से हाथ छोडती कैसे। 💕

#Readapoetry

Sejal Bhagat

1 टिप्पणी:

इस पोस्ट पर साझा करें

| Designed by Techie Desk