सुहागन का शव . . .

  एक कवि नदी के किनारे खड़ा था !  तभी वहाँ से एक लड़की का शव  नदी में तैरता हुआ जा रहा था। तो तभी कवि ने उस शव से पूछा ---- क...
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मोहब्बत का दर्द . . .

मोहब्बत का दर्द . . . मोहब्बतों से मेरा कोई वास्ता नहीं था! मुझे तो याद चाहतों का रास्ता नहीं था!! तुम आये तो ज़िन्दगी मुस्कुराई थी! फ़ि...
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ये कैसी मज़बूरी . . .

ये कैसी मज़बूरी . . . जो थे कभी हमारे खास जो  थे बनके मेरी  सांस आज कर ली मुझसे दूरी हाय यह है कैसी मज़बूरी क्या हो गई मुझसे  कमी इसकी...
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करवाचौथ . . .

करवाचौथ . . . चाँद सदा जिसका रहा, सात समंदर पार। विरहन करवाचौथ का, मना रही त्योहार।। देश सुरक्षा में रहा, जिस विरहन का चाँद। त्योहारों...
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रात _ रैन . . .

रात सलोनी सी लगे, दिवस लगे है क्रूर। एक  पास लाती हमें, दूजा  करता दूर।। बढ़ी  हमारी  वेदना, उलझन रही अपार। रात अमावस हो गई, जीवन है निस्...
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मगर आज पर्दा . . .

मगर आज पर्दा . . . निगाहों में आँसू, छुपाना पड़ेगा   वो आएँगे तो ,मुस्कुराना पड़ेगा   ख़तावर नहीं हम, ये सबको पता है   मगर  सर कदम पे, झुका...
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वो ज़माना और था . . .

वो ज़माना और था...😌 कि जब दरवाजों पे ताला नहीं भरोसा लटकता था । कि जब पड़ोसियों के आधे बर्तन हमारे घर और हमारे बर्तन उनके घर मे होते थे। ...
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ब्रा ही तो है यार . . .

जिसे देख तुमने उठाई शर्म की दीवार , एक लड़की के चरित्र को बताया दागदार , ये तो बस एक साधारण सी ब्रा है दोस्त , सब पर मत थोपो अपने खोखले ...
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कोई बाझ नी कहेगा . . .

आधी रात का समय था रोज की तरह एक बुजुर्ग शराब के  नशे में अपने घर की  तरफ जाने वाली गली से झूमता हुआ जा रहा था, रास्ते में एक खंभे की ला...
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बड़ी गलती की . . .

आँख से आँख मिलाकर के बड़ी ग़लती की.. इश्क़ के जाल में आकर के बड़ी ग़लती की.. दर्द  उट्ठा  जो  ये  सीने  में  तो  मालूम  हुआ, आपको दिल में बसा...
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मैंने देखा है . . .

मैंने हर रोज जमाने को रंग बदलते देखा है... उम्र के साथ जिंदगी को ढंग बदलते देखा है.... वो जो चलते थे,  तो शेर के चलने का होता था गुमान....
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