आख़िरी मुलाक़ात। ता उम्र साथ रहो हमने कहाँ इतना मांगा है? बस एक आख़िरी मुलाकात ही सही मुकम्मल कर दो ना। क्यों तू आज खुदा बन बैठा है? ता उ...
हमने देखा है रिश्तों को बिलाप होते। हमने देखा है एक मर्द को भी ना मर्दगी से रोते। ये रिश्ते है साहब यहाँ एक दूसरे के लिए ही लोग है शर्थक...
Pic Credits - Mahipal Singh Facebook Instagram बस एक निशान ही तो है। महज़ सब तूर ख़ाक ही तो है। वो मेरा है,वो मेरा ही रहेगा! यह बस उलझी ह...
Pic Credits - Mahipal Singh Facebook Instagram ना जाने ये कैसी बेला है? हम साथ तो है मगर साथ नही। हालात तो है मगर बात नही। माना हम दोनों ...
मुझे मेरे गाँव की सड़के ना जाने क्यों? अच्छी लगती है। आढी-टेढी हो कर मेरे घर को निकलती है। मुझे मेरे गाँव की सड़कें ना जाने क्यों? पसन्द पड़...
कुछ चंद पंक्तियों से शुरू करूँगी इन मर्दो की कुर्बानी को। कि समेट लिया करते है आँसूओ की रवानगी को। यह सोच कर की मर्द है वो। दर्ज़नो भर के दर...
अरे-अरे ये क्या फिर से हुआ है खेल देह व्यपार का। खड़ा देख रहा हिमालय अपने हिस्से का अधिकार का। बक बुड़बक ई हम कह रहे है। इतो "काननू...
आज फिर ना जाने कौन सा बवंडर लेकर आएगा। याद है मुझे पिछली बार मेरे हिज़्र बहा कर ले गया इस बार ना जाने क्या लेकर जाएगा। ...
कैसे बयां करू - करुना के सागर को? कभी माँ तो कभी अपार ममता की शक्ति को? सबने माँ के ऊपर कुछ ना कुछ लिखा था। यह देख मेरा जी मचला उ...
जुबान होते हुए भी बेजुबान थी मैं। वक़्त बीतता चला गया और अब हम गूंगे के साथ-साथ बहरे हो चले थे। हालांकि उम्र अभी साठ की नही हुई थी मगर द...
हमने देखा है इस दौर को ना जाने किस बात की जल्दी है? रोज़ मारा की यहाँ जिंदगी को जीत जाने की खलबली है। मगर उन्हें कौन समझाए? की यह बस एक ...
माँ अब डर लगता है मुझको बेटी होने पर। दाग ना लग जाये मेरी योबन पर। माँ अब डर लगता है मुझको बेटी होने पर। जवानी की कहानी मत याद द...
कुछ हसीन लम्हो से उनकी यादो को चुराया हूँ। वो तो ना मिल सके मगर उनकी अदाओ से कुछ अदाएं को चुराया हूँ। खुदा ही जानता होगा की क...
जिस देश में निर्भया जैसी बेटी को वर्षों से न्याय नहीं मिला उस देश में महिला दिवस मनाया जाना उचित है क्या? जिस देश में अक्सर ही बे...
आज एक गुहार लगती हूँ। भगवान तू सुन लेना बस यही दुआ है बस तूम कबूल कर लेना की अगले जन्म मुझको बेटी ही देना। हे भगवान मेरी झोली तुम...
तू बस एक सवाल है मेरा जो मुझ तक उलझ कर रह जाता है। तू बस एक सपना है। जो हर सुबह को मुझे तन्हाइयो में छोड़ जाता है। मैं वो राज ...
तुम से एक बार फिर से प्यार हो रहा है। हाँ इस बार इज़हार हो रहा है। तेरे ऑनलाइन आने का इन्तेजार हो रहा है। मुझे एक बार फिर से...
जब थक सी जाती हूँ इन काली रातो से तब तुम मेरी रोशनी बन जाती हो। मेरी हर लम्हो की जिंदगानी बन जाती हो। टूट जाती हूँ जब खुद से म...
आज फिर से वो माह आ गया है। वो पल आ गया है,वो काली रात आ गई है। वो बिलखती सामो का गीत आ गया है तिरंगे में लिपटा मित आ गया है। गुल...
दर्द है तेज़ अब और नही सहा जाएगा। तुम से दूर अब और नही रहा जाएगा। कम्बख्त मौत क्यों नही आ जाती मुझको अब ना जाने किस कदर से रुसवाई...