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हम साथ तो है मगर साथ नही। हालात तो है मगर बात नही। माना हम दोनों मसगुल है अपने और अपनों के सपनो के बीच मगर देखो क्या यह क़िरदार है जो प्रेम का क्या इसमें हमारा कोई "रौल" नही? तुम मिलने की बाते किया ही नही करते अक्सर पूछ कर मेरी हाल तुम "चाल" समझना जाया ही नही करते। अज़ीब हालात है मेरी तुम्हे मैं समझा नही सकती और तुम हो कि मेरी चुपी समझ नही सकते। हर खुशियों से नवाजा है खुदा ने मुझे बरहाल तुम्हे सौपना भूल गया। मगर एक मोहब्बत है कि तुमसे दूर जाना गवरा नही मगर तुम हो कि तुम पास आ नही सकते। एक हम है कि तुम बिन जी नही सकते मगर तुम्हे समझये कैसे? यह भी हम समझ नही सकते। एक तुम हो कि मुझे कभी समझ नही सकते।
Good one
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