कहानी किस्मत की . . . कहानी जीवन की मैं सुनाऊ किसी को कैसे। सफर जिंदगी का मेरा कभी आसान नहीं रहा। जब भी आये सुकून के दिन मेरे जीवन मे...
भारत देश महान . . . मिलोगें तुम अगर देशके लोगों से तो उनकी भावनाओं को समझोगे। और देशके प्रति उनके भावों को तुम निश्चित ह...
हिन्दी मेरी माँ . . . मैं हिन्दी का बेटा हूँ हिन्दी के लिए जीत हूँ। हिन्दी में ही लिखता हूँ हिन्दी को ही पढ़ता हूँ। मेरी हर एक सांस ...
क्या है मुंबई . . . जब सारा देश सोता है और सुकून की सांस लेता है। तब जगाती है मुंबई और सबके अरमान पूरे करती है। तभी तो इसे भारत की ...
अनुभव से . . . आज के युग में हर कोई अपने बेटी बेटा को इंजीनियर वैज्ञानिक डाक्टर सी ए आदि बनना चाहिते है। परंतु इसका ये मतलब ये नहीं...
धर्म आस्था और दंड . . . श्रृष्टि के निर्माता ने उसे बनाया ही कुछ ऐसा था। जिसमें सभी लोगों का समावेश होना था। ऊपर से चौरासी लाख देवी...
मोहब्बत का नया अंदाज . . . जब हम पास होते थे तो दूर जाने को कहते थे। जब दिलकी धड़कनों को दिलसे सुनना होता था। तब कही और उलझना तुम्ह...
भाई बहिन का प्यार . . . हम बहिन से मिलने आये है, बहुत बर्षो के बाद। सिर्फ एक बार मुझे गले से लगाले बहिना। हम बहिन से मिलने आये है, ...
तरस रही हूँ . . . मोम की तरह पूरी रात दिल रोशनी से पिघलता रहा। पर वो इस हसीन रात को नहीं आये मेरे दिल में। मैं जलती रही और नीचे फिरसे जम...
प्रेम . . . सीने से लगाकर तुमसे बस इतना ही कहना है। की जिंदगी भर तुम्हारी बाहों में प्रेम से रहना है।। मेरी साँसों में तुम बसे हो दिल ...
मोहब्बत का पुजारी . . . वो मोहब्बत में इतने घाव देते रहे। हम उन्हें उनका उपहार समझते रहे। पर हद तो तब हो गई जब मेरे दिये। फूलों को उन्हो...
रोशनी को ढूँढता है . . . लगता है हमारा आपका साथ बस यही तक था। आप अपने आप को बहुत व्यस्त समझते हो। और सामने वाले को अपने से कम समझते हो। ...
कुछ तो खुशी दो . . . दूर होकर भी तुम कितने मेरे दिल के करीब हो। तुम मेरे लिए एक दोस्त से कुछ ज्यादा मेरे लिए हो। तो क्या मेरी तमन्ना तुम...
संत कबीर कहे . . . वाणी और व्यवहार का दिया कबीर ने ज्ञान। जगजग को संदेश दिया बोलो मीठे वचन तुम। जिस से टल जाते है बड़े बड़े रणभूमि के यु...
एक आस . . . न खुशी की कोई लहर, हमे आगे दिखती है। जीवन और मृत्यु का डर, अब हमें नहीं लगता है। बस एक आस दिल में, सदा में रखता हूँ। अकाल ...
जन्म जन्म का साथ . . . जन्म जन्म का साथी है, हमारा तुम्हारा तुम्हारा हमारा। अब आगे भीदो मुझे अपना प्यार दुलार। जन्म जन्म का . . . ।। ज...
खुद जग गये . . . हालातो ने इंसानो को क्या कुछ दिखा दिया। की लोग तड़पने लगे अपनो से मिलने के लिए। क्योंकि अब भरोसा नहीं है उसे खुद की जिं...
समय का खेल . . . न गम है अब मेरे साथ, न खुशी है अब मेरे साथ। जो भी थे मेरे साथ तब, जब में खिलता गुलाब था।। समय ने क्या से क्या, हमें ...
संघर्ष . . . जिंदगी कितनी मिली ये कभी मत सोचो। जिंदगी में क्या कुछ तुम्हें मिला ये सोचो। जिंदगी मिली है तुम्हें कुछ करने के लिए। इसे त...
संगनी का साथ . . . मैं अब कैसे बतलाऊँ, अपने बारे में लोगो। कैसे करूँ गुण गान, अपने कामो का में। बहुत कुछ सीखने को, मिला मुझे यहाँ पर।...