हज़ारों ख्वाहिशें . . . हज़ारों ख्वाहिशें ऐसी के हर ख्वाहिश पे दम निकले बहुत निकले मेरे अरमान लेकिन फिर भी कम निकले डरे क्यूँ मेरा क़ातिल क्...
अमेरिका में सन 1984 में एक सम्मेलन हुआ था - 'नेशनल राइट्स टू लाईफ कन्वैन्शन'। इस सम्मेलन के एक प्रतिनिधि ने डॉ॰ बर्नार्ड नेथेनसन क...
यहाँ बिकता है सबकुछ जरा संभलकर रहना.... लोग हवाओ को भी बेच देते हैं गुब्बारों में डालकर... Hardik Gandhi
लोग कहते है की में काफी बोरिंग शा हु, वो क्या है कि में थोड़ा दुनिया से अलग हु।। मुझे दोस्त बनाना नही आता । और गलती से बन गया तो मुजसे...
है एक आवाज़ जो सालों से कैद है, दिल से तो निकलती है, पर होंठों में कैद है सिल गए हैं होंठ, कुछ ऐसी कश्मकश है चाहते हैं ये चींखना ...
जब रोते हुए संसार मे आई, मुसकुराती माँ ने गोद लिया । जब रोते हुए ससुराल मे आई, मुसकुराती सासु माँ ने गले लगाया। पढ़े - उसकी निगाहो...
देकर गहरे ज़ख़्म उनको तुम कैसे हँस सकते हो ? करके रुस्वा उन ग़रीबों को तुम कैसे खुश रह सकते हो ? लूटकर अस्मत बेटियों की,जलाकर...
मैं अक्सर उल्टा चलता हूँ उन रास्तों पर जिन्हें मैं पहचानता हूँ, पढ़े - किताबें . . . गिरता हूँ अपनी मर्ज़ी से उनपर क्योंकि गिरने का प...
औरत को आईने में यूं उलझा दिया गया बखान करके हुस्न का बहला दिया गया पढ़े - वक्त से लडकर जो . . . ना हक दिया ज़मीन का न घर ...
वक्त से लडकर जो नसीब बदल दे, इंसान वही जो अपनी तकदीर बदल दे, कल क्या होगा कभी ना सोचो, क्या पता कल वक्त खुद अपनी तस्वीर बदल दे…...
औरत को हर वक़्त कम अक्ल का ताना देने वाले लोग उनकी जरा सी अदा पर अपनी अक्ल खो देते हैं Hardik Gandhi
किया था हमनें वादा,मिलिंगे वक़्त आने पर। मैं तुझको याद रहूँ करता,उसी ठिकानें पर शब ये बेमिशाल हो जाए,जो तू भी आ जाये भले मुद्दतें ...
अपनी मंज़िल, अपना रास्ता है हम शोखियां बखारते, शौक से चलते हैं हम वो हैं जो मोड़ पर न रास्ते बदलते हैं पतझड़ से सीखा है, हम पत्तो की त...
Challenges को Accept करते चलो जिस दिन Accept करना छोड़ उस दिन हार पक्की है अगर हम सोचे की कम पूरा आराम कर लू प...
उसकी निगाहों में इतना असर था , खरीद ली उसने एक नज़र में ज़िन्दगी मेरी. . . Hardik Gandhi
तज़ुर्बे ना पूछो ज़िंदगी के... उमर शर्मिंदा हो जाएगी... Hardik Gandhi
करने जैसा तो है काफी कुछ ..... पर अच्छा करू या सही करू.... पढ़े -रुकना कभी आता नहीं निर्भय बन के दुनिया को बचाउ.... या फिर...
रुकना कभी आता नहीं झुकना कभी सीखा नहीं बन कर हम तूफान चले पढ़े - करना तो है काफी . जान के बदले ले कर जान चले भारत माँ के वीर नहीं...