जब रोते हुए संसार मे आई,
मुसकुराती माँ ने गोद लिया ।
जब रोते हुए ससुराल मे आई,
मुसकुराती सासु माँ ने गले लगाया।
पढ़े - उसकी निगाहों में इतना असर था . . .
माँ ने जीवन दिया,
सासु माँ ने जीवनसाथी दिया।
उठना, बैठना, चलना,
माँ ने सिखाया, सलीके से उठना,

बैठना,चलना सासु माँ ने सिखाया।
माँ ने घर का काम सिखाया
सासु माँ ने घर चलाना सिखाया।
माँ ने कोमल कली सा रखा,
पढ़े - तज़ुर्बे ना पूछो ज़िंदगी . . .
सासु माँ ने विशाल वृक्ष सा बनाया।
माँ ने सुख से जीना सिखाया,
सासु माँ ने दुखः
मे भी जीना सिखाया।

माँ ईशवर समान है,
और सासु माँ गुरु समान है।


Hardik Gandhi


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