कोई बाझ नी कहेगा . . .

आधी रात का समय था रोज की तरह एक बुजुर्ग शराब के  नशे में अपने घर की  तरफ जाने वाली गली से झूमता हुआ जा रहा था, रास्ते में एक खंभे की ला...
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प्रश्न चिन्ह . . .

आज मोहन बहुत उदास था।कल से उसे कुछ खाने को ही नहीं मिला था।आज रात को भी शायद उसे भूखा ही सोना पड़े,मन में यही आशंका थी।उसके कमरे में आठ ...
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प्रश्न चिंगारी . . .

सुबह से चक्करघिन्नी की तरह काम में लगी नीरा जैसे ही मोबाइल ले कुछ पल सुस्ताने बैठी तो सास ने मुँह बिचका लिया।हुह ,,की ध्वनि ससुर के मुँ...
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कर्तव्य (कहानी ) . . .

सुलोचना पति के अदालत जाने के बाद घर की साफ-सफाई अच्छे से करने लगी । फिर अपना कुछ सामान भी बैग में पैक कर लिया था । मां के दिए जितने भी ...
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मौत . . .

मौत का आखिरी पड़ाव था दयालाल के प्राण थे जो छूटने का नाम ही नहीं ले रहे थे । भगवान् से विनती कर करके थक चुका था दयालाल । ऐसी हालत थी उसक...
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सौतेला (लघुकथा )

जूही को बात बात पर कामिनी झिड़क देती !जबकि अपने छोटे तीन साल के बेटे को खूब प्यार करती । जूही सात साल की बच्ची हमेशा सहमी-सहमी रहती ।...
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