कैसे जिन्दा रह पाता होगा जमीर उन लोगो का जिन लोगों ने खुद अपने हाँथों अपनों को मारा है। करते कृत्य विपरीत सदा नही किसी से नाता है ...
दब गए जिम्मेदारियों में खो गया हमसे वो बचपन चाहता है ये दिल मेरा अब आ जाये फ़िर से बचपन। लुका छुपी पकड़म पकड़ाई खेल खिलौने चले गये ...
तुझको यकीं मैं दिलाऊँ कहाँ तक खुद को नज़र से गिराऊँ कहाँ तक। ये माना की तुमको जरुरत नही है तुमसे मगर दूर जाऊँ कहाँ तक। मेरे पास तो हैं खज...
हर रोज क्यों लोग शादाब सजर काटते हैं, इस दौर में लोग घर में ही घर काटते हैं। बदजुबानो का बढ़ गया रुतबा भी इस क़दर, भाई भी अब सगे भाई का...
मेरे इस दिल का करार हो तुम जरा अलग से सरकार हो तुम। तलाश थी हमको जो मोहब्बत उसी का तो उपहार हो तुम। तुम्हारे बिन था सब उजड़ा उजड़ा खुशी जो...
न जाने कैसी ये प्यास है हर तरफ हर ओर हर क्षण बस फैला प्यास का संसार है न जाने कैसी ये प्यास है। जिसके लिये ये नदी उमड़ती मिलने को दिन रा...
मिले ईमान से जो भी हमें उसे हम थाम लेते हैं निवाला जब भी लेते हैं खुदा का नाम लेते हैं। ये दुनिया है यहां हमदर्द थोड़ा कम ही मिलते ह...
वो तस्वीर मुझसे बोलती है राज अपने दिल के खोलती है करती हूँ शिकायतें तारीफ भी कभी सब सुनकर प्यार को आंखों में घोलती है वो त...