मिले ईमान से जो भी हमें उसे हम थाम लेते हैं
निवाला जब भी लेते हैं खुदा का नाम लेते हैं।

ये दुनिया है यहां हमदर्द थोड़ा कम ही मिलते हैं
मिलाते हाँथ हैं जब भी अकल से काम लेते हैं।

नशे में चूर रहते हैं सुना दुनिया ये कहती है
यकीं कर लो खुदा का नाम सुबहा शाम लेते हैं।

मुसीबत पास आने से हमेशा हमसे घबराती
मिले आहट जरा सी जो जड़ों को थाम लेते हैं।

सभी से मिलके रहते हैं नही नफरत किसी से भी
हम अपनी वानी का लहजा हमेशा आम लेते हैं।

Vani Agrawal

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