वो तस्वीर मुझसे बोलती है
राज अपने दिल के खोलती है
करती हूँ शिकायतें तारीफ भी कभी
सब सुनकर प्यार को आंखों में घोलती है
वो तस्वीर मुझसे बोलती है।

दर्द का रिश्ता हम दोनों के बीच है
ये अहसास ही हम दोनो का मीत है
कठिन समय में मुझमें ताकत अपनी जोडती है
वो तस्वीर मुझसे बोलती है।

कोई और नही वो मां है मेरी
इस धड़कते दिल की जां है मेरी
मेरे शब्दों में विचारों में सच को जोड़ती है
वो तस्वीर मुझसे बोलती है।

मैं अकेले हुँ नही वो तो हरपल साथ है
मेरे हर पल में लगती वो पास है
सांसों से अपनी मिस्री वो घोलती है
वो तस्वीर मुझसे बोलती है।

Vani Agrawal

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