गेट के बाहर बिंदिया के छोटे-छोटे बच्चे रोते और दरवाजा पीटते बापू मम्मी को छोड़ दो ।
सोचती थी कि जहर खा लूं लेकिन बच्चों का मुख देखकर जीने को विवश थी ।
पिंटू बच्चों के लिए टॉफी लेकर आया था बच्चे खुश हो गए थे । जब पिंटू घर से बाहर निकल रहा था तभी नागेश्वर ने घर लौटा । अंदर आते ही बीवी से पूछ बैठा कौन था तो बिंदिया ने कहा -"तुम्हें तो मेरी परवाह है नहीं उस बेचारे ने हास्पिटल से मेरे लिए दवा लाकर दिया"
Tags: Hindi
, Radha Yshi
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