"शीला तुम गलत रास्ते पर जा रही है विनय एक लोफर आवारा किस्म का लड़का है!"
नैना ने अपनी सहेली को समझाने का प्रयास किया ।
"नैना तुम बेकार में डर रही हो विनय अच्छा लड़का है!"
" वो मेरे साथ गलत नहीं करेगा तू तो हमेशा किताबों में चिपकी रहती हो, इसलिए तुझे हर कोई गलत लगता है ।"
" ठीक है शीला नहीं समझना है मत समझो लुटी पिटी मेरे पास मत आना कभी नैना ने गुस्से से कहा ।"
नैना को ये सब प्यार व्यार बेकार लगता वो तो केवल पढ़ाई पर ध्यान देती थी ।
नैना के घर में फंक्शन था तो! वह बहुत बिजी थी बहुत दिनों से कॉलेज नहीं जा सकी ।
दस दिन बाद से कॉलेज जाने लगी । जब उसने शीला को नहीं देखा कालेज में तो ,एक सप्ताह के बाद उसको फोन किया । उसकी मम्मी ने फोन उठाया और कहा कि वो तो ननिहाल गयी है दो महीने बाद आएगी । नैना फिर अपनी पढ़ाई में खो गई ।
जब दो महीने के बाद भी शीला नहीं आई तो नैना उसके घर चली गई । बरामदे में उसकी भाभी से पूछा शीला कहां है तो वह व्यंग्य से हंसते हुए बोली अपने अंजाम भुगत रही है! जब उसके कमरे में नैना गई तो देखा बहुत ही बीमार लग रही थी !
शीला पीली हो गई थी, बाल बिखरे थे, उसे देखकर रोने लगी ।
"शीला क्या हुआ क्यों इस तरह पड़ी हो "
नैना ने पूछा ।
जुल्फों में सोने दे - 1 --- जुल्फों में सोने दे - 2 --- जुल्फों में सोने दे - 3 --- जुल्फों में सोने दे - 4
"नैना तुम ठीक कहती थी विनय ने मुझे धोखा दिया!"
" एक दिन मिलने के लिए अपने दोस्त के घर बुलाया फिर उसने कोल्ड ड्रिंक में नशे की गोली मिला दी ।"
"फिर मेरा सबकुछ लूट गया नैना! "
शीला ने रोते हुए कहा ।
मैंने तो पहले ही कहा था लेकिन तुम सुनती तब ना "
हां नैना भैया मुझे जान से मारने वाले थे मम्मी ने बचा लिया । भाभी हमेशा ताने देती है ।
मैं जीना नहीं चाहती नैना ।
शीला तुम रोना बंद करो गुनागुनाह तो उस लड़के ने किया है और वो आजाद घूम रहा है फिर तुम क्यों शोक करती हो । "मैं तेरी दोस्त हूं हमेशा तेरा साथ दूंगी ।" " तुझे जीना सिखाऊंगी शीला मुझ पर भरोसा रखो ।"
जुल्फों में सोने दे - 1 --- जुल्फों में सोने दे - 2 --- जुल्फों में सोने दे - 3 --- जुल्फों में सोने दे - 4
"परसों मेरे घर पूजा है तुझे लेने आऊंगी, चलना मेरे साथ ।" फिर दिलासा देकर चली जाती है नैना अपने घर । जिस दिन नैना के घर में पूजा थी वो आती है शीला को ले जाने तो उसकी मम्मी मना करती है
तो नैना कहती है इसे मार डालेंगी आप क्या जीने का इसे हक नही है इसे अपनी गलती का एहसास हो चुका है इसलिए इसे जीने दीजिए ।
जब नैना अपने घर शीला को लाती है तो नैना की भाभी भी बहुत गुस्सा करती है नैना पर कि वो एक चरित्रहीन लड़की है उसके साथ रहोगी तो तुझे भी सभी गलत समझेंगे ।
"भाभी जमाने को जो समझना है समझने दीजिए !"
"इस समाज से मैं जुर्म को मिटाना चाहती हूं और शीला मेरी दोस्त है!"
" मुसीबत में मैं उसका साथ नहीं छोड़ सकती ,
भाभी आप बेफिक्र रहो ।" फिर नैना हर कदम पर शीला की मदद करती है उसे पार्क में घूमाने ले जाती है । जो भी पढती है सारे नोट्स देती है उसको पढने के लिए । नैना का साथ पाकर शीला फिर से जी उठती है । नैना को सब ताने देते रहते मगर नैना को कोई फर्क नहीं पड़ता है । शीला नौकरी की तैयारी करती है । इसी बीच नैना की शादी हो जाती है और नैना ससुराल चली जाती है । एक साल के बाद नैना के घर के सामने एक गाड़ी आकर रूकती है।
जब गाड़ी से निकलते शीला को सीआईडी की ड्रेस में देखती है नैना तो खुश हो जाती है ।
जुल्फों में सोने दे - 1 --- जुल्फों में सोने दे - 2 --- जुल्फों में सोने दे - 3 --- जुल्फों में सोने दे - 4
"नैना तेरा साथ ने आज मुझे इतना मजबूत बना दिया कि इस दुनिया की लड़कियों की मदद कर सकती हूँ।"
" आज मैं जो कुछ भी हूं केवल तेरी बदौलत"
फिर दोनों सहेली गले लगकर रो पड़ती है ।
नैना मैंने क्राइम को बहुत ही कम दिनों में खत्म किया है । एक आतंकवादी को अरेस्ट किया है ।
इसलिए सरकार मुझे अवार्ड देगी ।
कल फंक्शन है तुझे ले जाने आई हूँ । आँसू पोछते हुए शीला ने कहा ।
नैना ये सुनकर खुश हो जाती है ।
हाल तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठती है ।
शीला को अवार्ड दिया जाता है तो शीला माईक लेकर कहती है ।
जुल्फों में सोने दे - 1 --- जुल्फों में सोने दे - 2 --- जुल्फों में सोने दे - 3 --- जुल्फों में सोने दे - 4
"मेरे प्यारे दोस्तों आज मैं जो कुछ भी हूं"
" उस एक महती हस्ती के बदौलत, इस दुनिया ने मेरे वजूद को ठुकरा दिया!"
" पर इसने मुझे जीना सिखाया इसलिए इस अवार्ड की हकदार मेरी सहेली नैना है । "
फिर मंच पर नैना जाती है शीला अपना अवार्ड नैना के हाथ में थमा देती है । एक बार फिर से तालियों की गड़गड़ाहट हाल में गूंज उठती है ।
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