जन जन की आस हैं हम साथी।
प्रेम ,स्नेह ओ त्याग भाव साथी
महामारी से नहीं हारेंगे साथी।
हमहैं एकसौ तीस भारत वासी ।

कभी नहीं हारेंगे,न टूटेंगे हम साथी
विश्व पटल पर  ताकत बन साथी।
उभरेंगे विजेता हम बन साथी।
हैं एक सौ तीस करोड़ भारतवासी।

गौतम बुद्ध ,महावीर के भक्त साथी
राम कृष्ण ओ हनुमान भक्त साथी।
गाँधीजी के पथ पर चलते साथी।
हम एक सौ तीस करोड़भारतवासी

हर विदेशी शत्रु को हराया   साथी।
महामारी को भी देंगे मात साथी।
एकता का दीप जलाएँगे साथी।
हैं एक सौ तीस करोड़ भारतवासी।

शुद्धता, पावनता,फैलाएंगे साथी।
दूर दूर रहकर स्वस्थ रहेंगे साथी।
स्वच्छ ,निर्मल ,तन ओ मन साथी।
हैं एक सौ तीस करोड़ भारतवासी।

आओ मिलकर एक बने हम साथी
गरीब ,भूखों  को दे अन्न धन साथी
शक्ति बन विश्व में उभरे हम साथी
हैं एक सौ तीस करोड़ भारतवासी।

Neelam Vyas

इस पोस्ट पर साझा करें

| Designed by Techie Desk