जीवन पथ पर विजित अनुराग।
विश्व का प्रबल आधार अनुराग।
मनुज को देता सम्बल अनुराग।
रिश्तों नातों को बढ़ाता अनुराग।


हिंसा मिटाकर फैलाओ अनुराग।
विषमता तज अपनाओ अनुराग।
जाति भेद मिटा रखो मन अनुराग।
धरती फलती बढ़ाने से अनुराग।


झूठ ,कपट ,छल मिटाए अनुराग।
अमीर गरीब एक रखे अनुराग।
मज़हबी दीवार तोड़े अनुराग।
पराये को अपना बनाये अनुराग।


पर्यावरण से कर मानव अनुराग।
वृक्षों  से कर ले मानव तू अनुराग।
प्रकृति  सह जीवन बढ़ाता अनुराग
पशु पक्षी  भी चाहे मानव अनुराग।


मानव मात्र कल्याण है अनुराग।
वसुधैव कुटुम्बकम बढ़ाता अनुराग
परिवार फलेगा करने से अनुराग।
जीवन सरस बनेगा  गर हो अनुराग


नकारात्मक भाव मिटाए अनुराग।
शत्रु को मित्र बनाये ये अनुराग।
सृष्टि का बना सुख आधार अनुराग
दिलो को दे सुकून चैन अनुराग।


मानव रखो सब मन में अनुराग।
धर्म ,संस्कार सिखाते अनुराग।
ईश्वरीय अनुकम्पा महान अनुराग।
सब रखो मन में पावन  अनुराग।

Neelam Vyas

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