नाम वफा तेरा लिख दूँ क्या
प्यार मोहब्बत लिख दूँ क्या।
दोस्त कहाँ सच्चे मिलते है . . .
तुमसे मिलकर  जान गये हैं
इश्क इबादत लिख दूँ क्या।

लिखना है गर इतना जरुरी
तुमसे मोहब्बत लिख दूँ क्या।
लज्जा . . .
ये वादा करो न भूलोगे तो
कोई शरारत लिख दूँ क्या।
समझते थे जिसे अपना . . .
थामा है अब हाँथ तुम्हारा
सबसे बगावत लिख दूँ क्या।

तुम आये तो नूर आया है
आज कयामत लिख दूँ क्या।
रंग विदेशी ऐसा हमपर सर चढ़ कर . . .
वानी में तेरा नाम बसा है
तुझसे शिकायत लिख दूँ क्या।

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