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इतना आसन नहीं है मुझे भुल जाना,
हमसे दूर होकर कहा जाओगे,
जहाँ जाओगे बस हमे ही पाओगे...
पढ़े  - डाका पड़ा था कल रात घर मेरे . . .
ये दुनियाँ  आग का दरिया है,
ठहर जाओ नही तो झुलस जाओगे...

मान जाओ हमारी बातो को
कि प्यार हमरा सच्चा है,
तो मोहब्बत भी ख़ूब रंग लाएगी...
पढ़े  - ऐसी भी क्या नाराज़गी . . .
गर जो तुम  साथ दो हमारा,
तो चाँद भी हमारे कदमो मे उतर आएगी...

प्रेम के पन्नो पर सुनहरे अक्षरो मे,
हमरी प्रेम कहनी लिखी जाएगी...

Shubham Poddar

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