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सुना है गैर के वो प्रेम में , बर्बाद रहता है। क्या कोई प्रेम करके भी कभी, आबाद रहता है।
मुहब्बत में सजा देती हैं, जब ये हुस्न की परियां सब कुछ भूलकर भी, प्रेम हमेशा याद रहता है। पढ़े - ये शहर, मुझे राश नहीं आया . . . दिनों-दिन मर रहे हैं , क्यो प्रेमी प्रेम के लिए मुहब्बत करने वालों को, दुनिया ने , ज़ख्म गहरे दिये।
जब सलीम-अनारकली , दोनों ने प्रेम है किया तब अकबर ने अनारकली को दीवार में कैद किया। पढ़े - प्रेम-विरह . . . सलीम अकबर से प्रेम के लिए, फरियाद करता है अब इतिहास भी, दोनों के प्रेम को , याद करता है।
सुना है गैर के वो प्रेम में बर्बाद रहता है, क्या कोई प्रेम करके भी कभी , आबाद रहता है कभी शाह ने मोहब्बत मुमताज से किया, विरह में मुमताज के , उसने ताजमहल बनवा दिया। पढ़े - प्रेम का प्राकृतिक चित्रण . . . कलप कर दिल भी अब रोया है, केवल प्रेम के लिए मुहब्बत करने वालों को दुनिया ने ज़ख्म गहरे दिये।
सुना है प्रेम करके वो, अब भी उदास रहता है, क्या कोई प्रेम करके भी कभी, आबाद रहता है। पढ़े - ये शहर, मुझे राश नहीं आया . . . सुना है गैर के वो प्रेम में, बर्बाद रहता है, क्या कोई प्रेम करके भी कभी, आबाद रहता है।
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