Read A Poetry

कहती प्यारी राधिका . . .

खिलती प्यारी चाँदनी  ,चाँद साजना मीत।
पूरी होती कामना,बनी साधना प्रीत।।

झिलमिल चमके चाँदनी ,देख बावरें नैन।
प्रेम साधना देख के ,उडा साँवरे चैन।।

गोरी सुंदर कामिनी,खिली चाँदनी रात।
कहती प्यारी राधिका,करो मोहना बात।।

Neelam Vyas

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