www.readapoetry.com

कहती प्यारी राधिका . . .

खिलती प्यारी चाँदनी  ,चाँद साजना मीत।
पूरी होती कामना,बनी साधना प्रीत।।

झिलमिल चमके चाँदनी ,देख बावरें नैन।
प्रेम साधना देख के ,उडा साँवरे चैन।।

गोरी सुंदर कामिनी,खिली चाँदनी रात।
कहती प्यारी राधिका,करो मोहना बात।।

Neelam Vyas

इस पोस्ट पर साझा करें

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

| Designed by Techie Desk