होश काबू में कब रहते हैं जब तेरी याद आती हैं।
दिल के अँधेरे कोने में मानो चरागों की लड़ी रोशन होती हैं।
तुमसे प्यार करने की इंतहा देखो ये जिद तो जुनून बन जाती है।
बस तुम ही तुम हो मन के गगन के चाँद जो मुझे प्रेम किरण से चमकाते हो।


दिवाली के दिन की खुशी तेरे एहसासों से बढ़ जाती हैं।
तेरी सोच ही न जाने क्यों देह में पुलकन बन जाती हैं।
क्यों इतनी खुशी मिल जाती है तुमको ख्यालों में बुलाकर।
कभी नहीं भूलूँगी तुम्हें तुम मन प्राण जीवन आधार हो मेरे।


संघर्षों में भी तेरी याद मुझे जिंदादिल बनाती हैं।
तेरे होने का एहसास ही जीवन को बेहतरीन बनाता हैं।
खुशी मिलती बेपनाह तुमसे बात करके ओ पावन मेरे।,,,
कैसे कह दू कि तुम कुछ नहीं लगते हो दुनियादारी में मेरे।


मुझे तुम से और कुछ न चाहिए तेरे एहसास के सिवा।
बस दो पल बात कर लिया मुझसे, इनायत होगी जानम।
मेरे जीवन  में उपस्थिति तुम्हारी बड़ी बेमिसाल हैं सनम
पा लिया सब कुछ  इक़ तस्सवुर में तुम्हें बसाकर हमने और बालम।

Neelam Vyas

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