इशारों में बता दूंगा,
निगाहों से जता दूंगा,
तुमसे कितना प्यार है,
तेरे बिन जीना दुश्वार है।

अब कभी भी न होगी खता,
नजरों को चुराकर,
तु मुझको यूं न सता,
तेरे बिन न जीना आता।

इशारों में बता दूंगा,
निगाहों से जता दूंगा।
 ऐसा ये विरह पल आया,
याद ने तेरी कितना है सताया,

इतना दुखी था कि रो ना पाया
जो हो गलती अब तुम दे दो सजा,
तेरे लिए कभी भी मेरा प्रेम न घटा,
इशारों में बता दूंगा,

निगाहों से जता दूंगा।
अब तो दिन कटते बहुकम,
आंखें रहती हैं अब नम,
दूर हुये हो तुम जो सनम,

मरके प्रेम न होगा कम,
अब तो गुम है तेरा पता,
ढूंढते -ढूंढते  हुआ खस्ता,
इशारों में बता दूंगा,

निगाहों से जता दूंगा,
तुमसे कितना प्यार है,
तेरे बिन जीना दुश्वार है।

Anurag Maurya

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