सबको मिल जाएंगी तेरी सजा
सबको मेरी तकदीर थोड़ी है।

ये दिल आँखों से घायल हुए हैं
उसके पास शमशीर थोड़ी है।

अंजाने राहों में अंजानो-सी दिखती हो तुम
उन सब में तेरी तस्वीर थोड़ी है।

मुझमे क्यों झलकेंगे तेरी वफा-ऐ-दर्द
तेरे जाने में मेरी तकसीर थोड़ी है।

शायद तुमसे मिलने की फिर चाहत होगी
बर्फीली झीलों की कश्मीर थोड़ी है।।

Anand Arya

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