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इस देश को कभी भी न टूटने देंगे हम, ऐ वतन तेरी कसम तुझे न कभी मिटने देंगे हम... पढ़े - डाका पड़ा था कल रात घर मेरे . . . ऐ वतन तेरी कसम काफिरो के हाथो कभी न तुझे बिकने देंगे हम, चट्टानों की तरह मरते दम तलक डटे रहेंगे हम...
ऐ वतन तेरी कसम आवरू को तेरी न कभी लूटने देंगे हम, पाप की आंधियो से लड़ते रहेंगे हम... पढ़े - ऐसी भी क्या नाराज़गी . . . ऐ वतन तेरी कसम तेरी वजूद को न कभी मिटने देंगे हम...
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