साथ जो तूने छोरा मेरा,
टूट कर मै बिखर जाउंगा...
पढ़े - डाका पड़ा था कल रात घर मेरे . . .
तेरे बीना ऐ सनम,
मै एक पल भी जी न पाउंगा...

सर पे हाथ रख कर तेरे
मै बस यही बात दोहराउॅगा,
पढ़े - वर्षा रानी . . .
जिन्दगी के हर सफर मे मै
तेरा पग-पग पे साथ निभाउॅगा...

चांद तारो की बारात मै
तेरे घर पे ले के आउंगा,
पढ़े - ऐसी भी क्या नाराज़गी . . .
बादलो के ऊपर से मै
तुम्हे खुले आसमानो की सैर कराउॅगा...

तेरे बीना ऐ सनम,
मै एक पल भी जी न पाउॅगा...


Shubham Poddar

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