Read A Poetry
Read A Poetry - We are Multilingual Publishing Website, Currently Publishing in Sanskrit, Hindi, English, Gujarati, Bengali, Malayalam, Marathi, Tamil, Telugu, Urdu, Punjabi and Counting . . .
Author Social Links
Google Maps
Instagram
Twitter
Facebook
Home
Sanskrit
Hindi
Gujarati
English
Bengali
Malayalam
Marathi
Tamil
Telugu
Urdu
Punjabi
Arabic
Dutch
French
Russian
Simplified Chinese
Our Writer's »
Chandrashekhar Poddar
Hardik Gandhi
Sejal Bhagat
Shubham Poddar
Bhoomika
Keshav Kaushik
Radha Yshi
Reeta Poddar
Pooja Poddar
Mansi Gandhi
Pradeep Kumar Poddar
!doctype>
Hindi
kavita
Shubham Poddar
इश्क में अब...
Shubham Poddar
माना की गुनाह-ए-इश्क किया था,
पर अब हमसे कोई गुनाह नही होगा,
इश्क में हमे कोई सजा नही होगी,
पढ़े - देर कर दी तुमने
दिया था जो तुमने हमें दगा,
उस दगा से बढ़ कर मेरे लिए कोई सजा नही होगी,
इश्क में अब हमे कोई सजा नही होगी,
पढ़े - खाक में मिल गए जज़्बात
प्यार करने का गुनाह,
अब फिर हमसे नही होगा,
इश्क में अब हमे सजा नही होगी,
पढ़े - गम हम जुदाई का पिए जा
भुला दिया अब हमने तुझे
अब तेरे साथ कभी आँखे चार नही होंगी,
इश्क में अब हमे कोई सजा नही होगी।
पढ़े - क्यों बेटी हुई तो मातम छाया
अब तेरी यादों के बिस्तर पे
आँसुओं की बौछार नही होगी,
मेरी दिल की दीवारों पे
पढ़े - ईर्ष्या की ईट से
अब तेरा नाम नही होगा,
इश्क में अब हमे कोई सजा नही होगी,
पढ़े - जिंदगी का पहला ख्वाब
तेरे इश्क में अब मेरा दिल डूब नही पाएगा,
फिर से अब मोहब्ब्त में मेरा दिल कभी सजा पाएगा।
Shubham Poddar
Shubham Poddar
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
नई पोस्ट
पुरानी पोस्ट
मुख्यपृष्ठ
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
इस पोस्ट पर साझा करें
अपना पसंदीदा लेखक पोस्ट खोजें !!!
readapoetry@gmail.com
Search the Web
Donate Us
Blogger
द्वारा संचालित.
copyright
Rank Your Business #1 in Google Search and Boost Sales by 500%
Call us for Quotation and Details
This web is Protected with Copyright Act.
संपर्क फ़ॉर्म
नाम
ईमेल
*
संदेश
*
Copyright 2021,
Read a poetry - Story Poetry and Ghazal Collection
. All rights Reserved.
| Designed by
Techie Desk
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें