तीन दिन बाद एक फेक कॉल मेरे मोबाइल पर बजा| उधर से कोई लड़की थी| मैं बार-बार फोन वाली लड़की से पूछता रहा आप कौन? और वह बस इतना ही कहती रही पहचानों तो जाने| मैं बिल्कुल भी नहीं पहचान पा रहा| दो दिनों तक यही कार्यक्रम चला मेरे और उस फोन वाली लड़की के बीच| तीसरे दिन वह बताती है "हम ब्यूटि बोल रहे है"| मैं मिन्नतें करते हुए कहने लगा "ब्यूटि जी मैं आपका ताउम्र ड्यूटी बजाऊँगा एक बार सही-सही परिचय दे दीजिए मुझे"| खिलखिला कर हँसती हुई बोली दो दिन बाद मैं कार्तिक पूर्णिमा नहाने अपने परिवार वालों के संग गंगा घाट पहुँच रही हूँ लगभग दस बजे दिन के आसपास फिर वहाँ से बाबा हरिहर नाथ जाएंगे| आप वहाँ आकर देख लीजिए| यदि पहचान गये तो यह ब्यूटी आपकी ड्यूटी बजाएगी वरना हर-हर महादेव करते रहिएगा|

तेरे इश्क़ में आडवाणी हो जाएंगे सनम - 1   ---   तेरे इश्क़ में आडवाणी हो जाएंगे सनम - 2   ---   तेरे इश्क़ में आडवाणी हो जाएंगे सनम - 3   ---   तेरे इश्क़ में आडवाणी हो जाएंगे सनम - 4

 नियत दिन मैं गंगा घाट बिना सोचे-समझे ही पहुँच| मुझे उम्मीद थी वो आगे बढ़ कर आयेगी या कोई-न-कोई सिंगनल तो ज़रूर मिल जाएगा मुझे| परंतु वहां मुझे ब्यूटि के ज़गह ड्यूटि बजाते अनोखी नज़र आ गई| वह मुझे देख-देख कर मुस्कुराये जा रही थी| मुझे अब बाकी किसी और सिंगनल की ज़रूरत नहीं थी| मैं उसके पीछे-पीछे लग लिया| वह भी मुझे दरकिनार करने के जगह इस्माईल दे-देकर अपनी ओर खींचे जा रही थी| इसके बाद हमारी मुलाकातों का दौर शुरू हो गया| हम कई बार कभी पटना में तो कभी हाजीपुर में कोचिंग ले बाद भी मिलते जुलते रहते थे| जब जहाँ मौका मिले, मिलने पहुँच जाया करता था मैं| दौर-ए-मुहब्बत की ऐसी आँधी चली कि मन का मिलन तन में पिघलने लग गया| हमारी साँसे, साँसों से टकराती रहती और मैं भौंरें सा गुंजन करता हुआ कली के यौवन रसपान करता रहा| कितने ही पैकेट सुरक्षा कवच के तहत भ्रूण हत्या कर माटी में मिल गया बताया नहीं जा सकता| ‍अनोखिया अपने बारे लगभग सबकुछ बता दिया करती थी मुझे|

तेरे इश्क़ में आडवाणी हो जाएंगे सनम - 1   ---   तेरे इश्क़ में आडवाणी हो जाएंगे सनम - 2   ---   तेरे इश्क़ में आडवाणी हो जाएंगे सनम - 3   ---   तेरे इश्क़ में आडवाणी हो जाएंगे सनम - 4

उसका एक भाई गुमनाम लेखक था यह भी बतायी थी| किसी मछुआरन के इश्क़ में पागल होकर देवघर जाकर बाबा बन गया था| वहीं से शे'र-ओ-शायरी लिख कर सोशल मिडिया पर डालता रहता था| इधर कुछ दिनों से अनोखिया के व्यवहार में व्यापक बदलाव देखा है मैंने| आजकल वह मुझे भाव नहीं देती| सूत्रों से मालूम चला है कि उसे कोई और मिल गया है| मैंने जब जिद्द करके जानना चाहा तो वह कहने लगी तुम्हारे दिन ढ़ल चुके है अब| तुम से तो अब तक एक बेल्ट्रॉन का एग्ज़ाम नहीं निकल सका| वहाँ भी सनी लियोनी टॉप होकर बाजी मार गयी| और मेरा वाला एन.आई.आई.टी. पटना का टॉपर, टेलकम में वैल सेलटल्ड है| तुम में ऐसा क्या है जो तुम, मुझसे ब्याह करोगे| मैं कटा हुआ पेड़ के जैसा जमीन पर गिरा हुआ महसूस कर रहा आजकल|

तेरे इश्क़ में आडवाणी हो जाएंगे सनम - 1   ---   तेरे इश्क़ में आडवाणी हो जाएंगे सनम - 2   ---   तेरे इश्क़ में आडवाणी हो जाएंगे सनम - 3   ---   तेरे इश्क़ में आडवाणी हो जाएंगे सनम - 4

धोखा दे गई वह भैया| तभी आदित्य के रूम पार्टनर के साथ पप्पुआ भी आ धमका| "क्या रे! बेल्ट्रॉन उदास लग रहा है"| आदित्य मनुहाए हुए बोला "न रे! कुछ नहीं हुआ| बस यूँ ही"| पप्पुआ जोर से हँसते हुए चिढ़ने के मूड में आदित्य से बोला "तेरे इश्क़ में आडवाणी हो जाएंगे सनम" सुना रहा था क्या भाई जी को? आदित्य की आँखों के कोर में गीलापन स्पष्ट नज़र आने लगा| फिर भी वह खुद को सँभालते हुए बोला "न रे  ....तेरे ही इश्क़ में आडवाणी हुए जा रहे हैं हम"| 

: समाप्त

Rajan Singh

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

इस पोस्ट पर साझा करें

| Designed by Techie Desk