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देर कर दी तुमने आने में,
अब तो मैं रूठ चुका हूँ।

बिन तेरे ऐ बेवफा,
अब तो मैं टूट चूका हूँ।

पढ़े - माँ बहुत रोई थी

तेरा देर से आने की वजह से,
तुझको अब मैं भूल चुका हूँ।

लिखा था जो प्रेम के पन्नों पे इश्क की बाते,
उन पन्नों को मैं पुरानी यादो के कब्र में दफन कर चूका हूँ।

पढ़े - तेरी यादो के बिस्तर

खुद में ही अब मैं सिमट चुका हूँ,
खुद को खुद में ही घोल चुका हूँ।

अब देर से आई हो तो लौट भी जाओ,
फिर से पुरानी बातो को तुम मुझे याद् न दिलाओ।

पढ़े - गुलाम देश का वो एकलौता आज़ाद था

होकर रूबरू हमसे तुम अब फिर इ आँख न लड़ाओ।
दिल में जो चुभोए थे कांटे तुमने
उन काँटों को फिर से तुम मेरे पास न लाओ

हो जाओ तुम दूर मुझसे,
फिर से जख्मो में नमक न लगाओ,फिर से तुम जख्मो पे नमक न लगाओ।

  Shubham Poddar

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