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Gazal
Hindi
Radha Yshi
मैं और मेरी तन्हाई...
Chandrashekhar Poddar
बांहे फैलाए खड़ी हूँ
अब पास आ जाओ ।
क्यूं दूर चली जाती हो
है गर शिकवा बताओ ।
पढ़े - तुमसे वादा किया निभाना है
फूलों की खुशबू संग
मुझे देख मत छिपना ।
है कसम तुझे मत जाना
मुझे अपनी ओर खींचना ।
पढ़े - वफ़ा की कोई भी अदालत नहीं है ।
भूलभुलैया है ज़िन्दगी
तुम हकीकत बता जाओ ।
सिमटी सिमटी आहें मेरी
थोड़ा प्यार जता जाओ ।
पढ़े - दीवानगी का सुरूर - 1
तेरे संग तड़पती नहीं हूँ
धड़कन रोकती नहीं हूँ ।
अब तो आ जाओ तुम
सुनो तुझे रहबर माना ।
पढ़े - अफेयर.
हमराज हमसफ़र जाना
क्यों इठलाती हो इतना ।
नदियाँ पवन के झोंके
अब नहीं भाते हैं मुझे
चांद सितारे जलाते हैं मुझे ।
पढ़े - मच्छी भात
अश्क़ों में डूबी जब भी
तुमने ही तो संभाला है।
फरेब प्यार ,हर वादों से
सपनों के जहां से निकाला है।
पढ़े - गुलाब सी बिटिया
साँसों की सरगम बन जाओ
मेरी हसरत जुबां बन जाओ ।
कि दुनिया ने सताया है बहुत
कोई भी कहां समझ पाया है ।
पढ़े - किसी से नहीं अब.
इसलिए कहती हूं आखिरी बार
यहां सब केवल झूठी माया है।
मुझे सत्य की राह ले चलो
जानती हूं राहें पथरीली है ।
पढ़े - तेरी बदौलत
मगर मैं दर्द में भी जी लूंगी
क्या हुआ चुभी कील नुकीली है ।
अरमां नहीं अब कोई साथी
बस ख़ामोशी अच्छी लगती है ।
पढ़े - किसी से नहीं अब.
महफिल से डर लगता मुझको
तन्हाई अपनी सी लगती है ।
तुम आ गयी तो जाना नहीं
मौसम लगता था सुहाना नहीं ।
पढ़े - मेरे हमसफ़र को खबर
मेरी कलम की जरूरत तुम
करना मेरी हिफाज़त तुम ।
जब भी बहके जज़्बात तो
याद दिलाना चाहत तुम ।
पढ़े - ऑनलाइन इश्क़ 1
फिर मेरे कदम रूक जाएँगे
तेरे आगे हम झुक जाएँगे ।
दिल की पीर तुम जानती हो
नेक दिल मुझे मानती हो ।
पढ़े - साँसों में घुला कीजिएगा
आ जाओ मुझमें में समाओ
कि जग को भूला दिया है अब
बस मंजिल ही मेरी दिखाओ ।
तू तन्हाई है तू ही मेरी रूबाई है
मैंने भी ये सौगंध अब खाई है ।
Radha Yshi
Chandrashekhar Poddar
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