बांहे फैलाए खड़ी हूँ
अब पास आ जाओ ।

क्यूं दूर चली जाती हो
है गर शिकवा बताओ ।

पढ़े - तुमसे वादा किया निभाना है

फूलों की खुशबू संग
मुझे देख मत छिपना ।

है कसम तुझे मत जाना
मुझे अपनी ओर खींचना ।

पढ़े - वफ़ा की कोई भी अदालत नहीं है ।


भूलभुलैया है ज़िन्दगी
तुम हकीकत बता जाओ ।

सिमटी सिमटी आहें मेरी
थोड़ा प्यार जता जाओ ।

पढ़े - दीवानगी का सुरूर - 1

तेरे संग तड़पती नहीं हूँ
धड़कन रोकती नहीं हूँ ।

अब तो आ जाओ तुम
सुनो तुझे रहबर माना ।

पढ़े - अफेयर.

हमराज हमसफ़र जाना
क्यों इठलाती हो इतना ।

नदियाँ पवन के झोंके
अब नहीं भाते हैं मुझे
चांद सितारे जलाते हैं मुझे ।

पढ़े - मच्छी भात

अश्क़ों में डूबी जब भी
तुमने ही तो संभाला है।

फरेब प्यार ,हर वादों से
सपनों के जहां से निकाला है।

पढ़े - गुलाब सी बिटिया

साँसों की सरगम बन जाओ
मेरी हसरत जुबां बन जाओ ।

कि दुनिया ने सताया है बहुत
कोई भी कहां समझ पाया है ।

पढ़े - किसी से नहीं अब.


इसलिए कहती हूं आखिरी बार
यहां सब केवल झूठी माया है।

मुझे सत्य की राह ले चलो
जानती हूं राहें पथरीली है ।

पढ़े - तेरी बदौलत

मगर मैं दर्द में भी जी लूंगी
क्या हुआ चुभी कील नुकीली है ।

अरमां नहीं अब कोई साथी
बस ख़ामोशी अच्छी लगती है ।

पढ़े - किसी से नहीं अब.

महफिल से डर लगता मुझको
तन्हाई अपनी सी लगती है ।

तुम आ गयी तो जाना नहीं
मौसम लगता था सुहाना नहीं ।

पढ़े - मेरे हमसफ़र को खबर

मेरी कलम की जरूरत तुम
करना मेरी हिफाज़त तुम ।

जब भी बहके जज़्बात तो
याद दिलाना चाहत तुम ।

पढ़े - ऑनलाइन इश्क़ 1

फिर मेरे कदम रूक जाएँगे
तेरे आगे हम झुक जाएँगे ।

दिल की पीर तुम जानती हो
नेक दिल मुझे मानती हो ।

पढ़े - साँसों में घुला कीजिएगा

आ जाओ मुझमें में समाओ
कि जग को भूला दिया है अब
बस मंजिल ही मेरी दिखाओ ।

तू तन्हाई है तू ही मेरी रूबाई है
मैंने भी ये सौगंध अब खाई है ।

Radha Yshi

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