दर्द सीने में दबा रक्खा है,
हाले दिल भी बता रक्खा है ।

क्यों हो अफसोस मुझे दिलबर ,
सच को जब मैंने सुना रक्खा है ।

पढ़े - पिया लागी लगन ( प्रेम कहानी ) भाग - 1

इम्तिहानों से गुजरती हूँ मैं ,
तेरी खातिर पर दवा रक्खा है ।

कर भरोसा ज़रा तू अब मुझपे ,
है ये वादा कि व़फा रक्खा है ।

पढ़े - पिया लागी लगन (प्रेम कहानी )भाग -2

अब सिवा तेरे जहां में मेरे ,
कुछ नहीं एक गिला रक्खा है ।

रूठने का भी कहाँ हक मुझको ,
रब ने रस्ते जो जुदा रक्खा है ।

पढ़े - अनोखा मिलन

भूलती काश कि आसानी से ,
जिसने घर दिल में बना रक्खा है ।

लड़खड़ाती है साँसे मेरी भी ,
इस जुदाई ने मिटा रक्खा है ।

पढ़े - दर्द सीने में दबा

फायदा क्या है "यशी" जीने में ,
ज़िंदगी ही जो लुटा रक्खा है ।


Radha Yshi

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