मधुशाला,


िूयतम, तूमेरी हाला है, मैंतेरा प्यासा प्याला, 


अपने को मुझमें भरकर तूबनता हैपीनेवाला, 


मैंतुझको छक छलका करता, मःत मुझे पी तूहोता, 


एक दसर ू े की हम दोनों आज परःपर मधुशाला।।३।


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