कुछ लम्हे आज दिल में कैद करना चाहता हूं, ए बारिश के मौसम तुझे में मिलना चाहता हूं, थोड़ा दर्द बारिश की बूंद से गुनगुनाना चाहता हूं, और वक्...
है यु तो वो प्यारा सा हिस्सा हमारा उसके बिना जेसे है बेरंग सा हर किस्सा हमारा हो लम्हा अगर दुख का तब रोती ये है पर हो लम्हा अगर ख...
रिमझिम-रिमझिम बरसी बदरी, हमने निकाल ली अपनी छतरी, बरसात का मौसम आया, अवनी का मन हर्षाया, इतनी निसाघ के बाद, आखिर मेघों ने फिर खू...