नहीं है मुझे . . .

नहीं है मुझे, मुहोब्बत उससे, लो आज सरेआम कहता हूँ। पढ़े - एक कर्मनिष्ठ नेत्री को . . . की नहीं है डर मुझे, अब जुदाई का, लो आज खुल...
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