अब अंधेरा घिर जाए
तो जुगुनू नहीं आते
अगर नींद न आए ,
तो सपने  नही आते
एक अरसे से खाली
पड़ा है कमरा मेरा,
सुना है, दौलत न हो तो
अपने नही आते।

उनका भी दावा है,
जिंदगी भर साथ चलने का
जो शाम ढल जाए,
तो मिलने नहीं आते।
मुफ़लिसी में सपनों के
घरोंदे भी टूट जाते हैं
मुद्दा-ए-बहस ये है कि ,
रहने नहीं आते।


Ramashankar Patel

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

इस पोस्ट पर साझा करें

| Designed by Techie Desk