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संडे तो हर हफ्ते मनाते हैं, कभी इतवार मना कर तो देखो। पिज़्ज़ा बर्गर की भीड़ में, मटका कुल्फी मंगवा कर तो देखो। बहुत मस्ती की अम्यूजमेंट पार्क में, कभी चौसर भी फैला कर तो देखो।
जिम की तो फुर्सत मिलती नहीं, योगा को योग बुला कर तो देखो। लाउड बास में बहुत सुना, धुन मुरली की सुन कर तो देखो। हैलो हाय खूब हुआ, नमस्ते में हाथ जोड़ कर तो देखो।
रिलेशन हुए अब इतने कांम्प्लीकेटेड, रिश्तों के तार जोड़ कर तो देखो। फॉरेन भागने की दौड़ में तुम, हिन्दुस्तानी दिल में झांक कर तो देखो। भले ही बोलो फर्राटे दार अंग्रेजी, पन्ने भारतीयता के पलट कर तो देखो।
इंडिया की बदहाली पर हंसने वाले, भारत की गाथा पढ़ कर तो देखो।
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