पूरा हिंदुस्तां गूंज उठा था
जय इंकलाब के नारों से।

हर कोई ऊब चुका था
अंग्रजों के अत्याचारों से।

वीर जवान आजादी के लिए
हंसते हंसते फंदे पर  झूल गये

क्या दिया है हमने वीरों को
हम उनकी  बातें भूल गए।

क्या कहें थे महात्मा गांधी जी
हम अहिंसा का मार्ग भूल गए

जब भाईचारे का समय आया
हम उनकी  बातें भूल गए।

देश पे जीना देश पे मरना
बस यह उद्देश्य हो हमारा।

आजादी के आज पर्व पर गायें
विजयी विश्व तिरंगा प्यारा।

Anurag Maurya

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

इस पोस्ट पर साझा करें

| Designed by Techie Desk