प्रकृति से प्रदत है संसाधन सारे सीमित
उत्तरोत्तर बढ़ती जनसंख्या से जन-जन होगा प्रभावित

जनसंख्या विस्फोट जैसा कि शीर्षक से स्पष्ट है मानव की संख्या का इस हद तक बढ़ना कि वह भयावह रूप धारण कर ले| मृत्यु दर के अनुपात में जन्म दर में अत्यधिक वृद्धि एवं जीवन प्रत्याशा में बढ़ोतरी के संयुक्त प्रभाव से जनसंख्या विस्फोट की स्थिति उत्पन्न होती है | वर्तमान समय में विश्व की जनसंख्या 7 अरब से अधिक है और भारत जनसंख्या में विश्व में दूसरे स्थान पर है | जनसंख्या में चीन विश्व में पहले  स्थान पर है |

क्षेत्रफल में भारत विश्व में सातवें स्थान पर है और बेशक चीन जनसंख्या में भारत से आगे हैं लेकिन विश्व की जनसंख्या को बढ़ाने में भारत का अत्यंत महत्वपूर्ण योगदान है क्योंकि चीन की तुलना में भारत की जनसंख्या वृद्धि दर 2:15 गुनी अधिक है और 2027 तक जनसंख्या में हम चीन को भी पीछे छोड़ देंगे | जनसंख्या में भारत चीन से भले ही आगे हो जाए लेकिन संसाधन , क्षेत्रफल, विकास, तकनीकी और साक्षरता की दृष्टि से भारत से चीन काफी आगे है | जनसंख्या नियंत्रण के लिए चीन में सख्त कानून जिसका पालन कठोरता से किया जा रहा है जबकि भारत में जनसंख्या नियंत्रण मुश्किल ही नहीं नामुमकिन है |

बढ़ती हुई जनसंख्या विस्फोट के कई कारण है | अशिक्षा - जनसंख्या विस्फोट का मुख्य कारण है  |भारत में साक्षरता दर मात्र 75% है | प्रकृति में प्रजनन की क्षमता अपने जीवो में भरपूर दिया और अशिक्षा के कारण लोग लगातार बच्चे पैदा करते हैं बगैर जाने कि वह बच्चों को बेहतर जीवन दे पाएंगे या नहीं | कुछ लोग संतानोंत्पति को धर्म से जोड़ते हैं और परिवार नियोजन कराना पाप मानते हैं | अज्ञानता बस कुछ लोग सोचते हैं कि परिवार नियोजन से पुरुषों की ताकत में कमी आ जाएगी वह और वह श्रम वाला काम नहीं कर पाएंगे |  गरीबी - भी जनसंख्या विस्फोट का एक मुख्य कारण है | 

गरीबी के कारण लोग अशिक्षित रहते हैं और परिवार नियोजन के संसाधनों को खरीद नहीं पाते हैं या परिवार नियोजन के साधनों को अपना नहीं पाते हैं | सरकार द्वारा चलाई जाने वाली विभिन्न परिवार नियोजन की योजनाओं का ना लाभ उठाते हैं और ना ही मुफ्त रुप से मिलने वाली दवाओं को अपना पाते हैं | परिवार नियोजन के प्रति लोगों के उदासीन रवैए के कारण जनसंख्या विस्फोट के कगार पर सारा विश्व खड़ा है | लोगों का भाग्यवादी दृष्टिकोण भी  जनसंख्या  विस्फोट के लिए कम दोषी नहीं है | समाज के निचले  तबके के अधिकतर लोग भाग्य के भरोसे संतानोत्पत्ति करते हैं |

जन्म के बाद बच्चों को बुनियादी जरूरत की चीजें भी उपलब्ध नहीं कराने के बावजूद बच्चे पैदा करने में कोई कमी नहीं करते हैं | भारत की जनसंख्या को बढ़ाने में भारत के निचले गरीब तबके का योगदान सबसे अधिक है | समाज का यह तबका सब तरह के संसाधनों से वंचित है |  बीमारी, बेकारी ,अज्ञानता ,शिक्षा ,दरिद्रता, अपराध का राज्य उनके घरों में हैं लेकिन परिवार के सदस्यों की संख्या इनके घर भरपूर है | चिकित्सा क्षेत्र में उन्नति और चिकित्सा का विस्तार भी वर्तमान समय में जनसंख्या विस्फोट का एक मुख्य कारण है |

चिकित्सा के क्षेत्र में नवीनतम प्रयोग और असाध्य बीमारियों पर भी विजय अभियान से वर्तमान समय में मृत्यु दर में काफी गिरावट आई है | देश में अजगर की तरह फन फैलती अनेकोंनेक  समस्याएं जैसे गरीबी, भ्रष्टाचार, अराजकता, आतंकवाद, पिछड़ापन ,सुस्त विकास इन सबो की जड़ में ढूंढा जाए तो कारण एकमात्र है जनसंख्या विस्फोट |


जनसंख्या विस्फोट से अनेक समस्याएं जन्म लेंगी | बेरोजगारी, भ्रष्टाचार ,खाद्य समस्या ,कुपोषण, प्रति व्यक्ति आय में कमी, गरीबी, मकानों की कमी ,मँहगाई, कृषि विकास दर में कमी ,बचत और पूंजी में कमी ,शहरी क्षेत्रों में घनत्व बन्ना आदि अनेकों अनेक समस्याएं और उसका एकमात्र कारण बनेगा बढती हुई जनसंख्या | अब प्रश्न यह है कि जनसंख्या विस्फोट को रोका कैसे जाएं ? निरंतर बढ़ती हुई जनसंख्या पर नियंत्रण कैसे पाया जाए ?


कुछ नियमों, कुछ उपायों एंव सिद्धांतों को अपनाकर जनसंख्या वृद्धि पर कुछ हद तक नियंत्रण पाया जा सकता हैं |


 आयु के एक निश्चित अवधि में प्रजनन क्षमता अत्यधिक होती है | अगर विवाह की आयु को बढ़ा दिया जाए तो शायद कुछ हद तक प्रजनन पर नियंत्रण किया जा सकता है |
विभिन्न धार्मिक गुरुओं द्वारा लोगों में जागरूकता पैदा करना कि धर्म और संतानोत्पत्ति में कोई भी संबंध नहीं है भी एक महत्वपूर्ण निदान हो सकता है और सबसे महत्वपूर्ण है सरकार द्वारा जनसंख्या नियंत्रण के लिए उठाए जाने वाले कठोर नियमों का निर्माण करना जैसे -

1. दो से ज्यादा संतान पैदा करने वालों को सरकारी नौकरियों से वंचित किया जाना एवं उन्हें विभिन्न सरकारी सुविधाओं से वंचित करना |

2. एक संतान पैदा करने वाले दम्पति को सरकारी नौकरियों में प्राथमिकता देना आदि |

इस तरह के कानून बनाने से लोगों में जागरूकता आएगी और लोगों में डर पैदा होगा और तभी जनसंख्या नियंत्रित हो सकती है | लोगों में जागरूकता ,सजगता पैदा करने से ही जनसंख्या नियंत्रण हो पाएगा क्योंकि जब तक लोग नहीं जागेंगे जनसंख्या विस्फोट को नहीं रोका जा सकता है |

धन्यवाद
गीता कुमारी
बोकारो स्टील सिटी
झारखंड

Geeta Kumari

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