वो पेड़ काट रहे हैंदरअसल वो मौत बांट रहे हैं,

उठो देश के नौजवान,
इससे पहले विश्व करदे त्राहिमाम,

पेड़ को काटने से बचायें हम,
खायें पौधें लगाने की कसम,

नीर,समीर,धरा में न फैलाएं प्रदूषण,
वृक्ष ही हैं अवनी के प्राकृतिक आभूषण,

वृक्ष बचाओ,
प्रकृति सजाओ,

कुछ इस प्रकार जश्न मनाओ,
ताकि प्रकृति को हो न छति,

तथा मिलती रहे सबको रति,
जब प्रकृति के साथ जुड़ जाओगे,

एक अद्भुत आनंद पाओगे,
तुम देख प्रकृति की सुंदरता को,

दुःख अपने भूल जाओगे,
मानव संसाधनों में जीवन अब न अल्प करो,

प्रकृति के साथ जीने का दृढ़ संकल्प करो,
जब प्रकृति के साथ जुड़ जाओगे,

दीर्घायु हो जाओगे।

Anurag Maurya

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