हे दुःख हरता

हे मंगल करता..

हम सब करते हैं तुझसे एक विनती

माफ़ कर दे हम इंसानों की ये गलती..

खत्म कर दे ये महामारी

परेशान कर रखा है ये बीमारी..

आज सब जन डरे डरे हैं

कुछ गरीब भूखे पड़े है..

बचा ले मालिक तू ये जहां

फिर ना करेगा कोई पाप यहां..

अबतक कुछ ने अपनों को है खोया

आज सब ने ये महामारी कोरोना से है रोया ..।

Pratibha Dwivedi

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