%25E0%25A4%25B9%25E0%25A4%25AE%25E0%25A4%25BE%25E0%25A4%25B0%25E0%25A5%2580+%25E0%25A4%25AE%25E0%25A4%25BE%25E0%25A4%25B8%25E0%25A5%2582%25E0%25A4%25AE%25E0%25A4%25BF%25E0%25A4%25AF%25E0%25A4%25A4+%25E0%25A4%2595%25E0%25A5%258B+%25E0%25A4%2589%25E0%25A4%25A8%25E0%25A5%258D%25E0%25A4%25B9%25E0%25A5%258B%25E0%25A4%2582%25E0%25A4%25A8%25E0%25A5%2587+.+.+.

हमारी मासूमियत को उन्होंने कमजोरी समझा, 

हमारी नादानी को मौका समझा,

हमने तो उनके झूठ को भी सच समझा,

उन्होंने तो हमारी सच्चाई को भी मजाक का जरिया समझा। 

इस पोस्ट पर साझा करें

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

| Designed by Techie Desk