सैकड़ों गुणरहित पुत्रों से अच्छा एक गुणी पुत्र है क्योंकि एक चन्द्रमा ही रात्रि के अन्धकार को भगाता है, असंख्य तारे यह काम नहीं करते.

A single son endowed with good qualities is far better than a hundred devoid of them. For the moon, though one, dispels the darkness, which the stars, though numerous, cannot.

एक ऐसा बालक जो जन्मते वक़्त मृत था, एक मुर्ख दीर्घायु बालक से बेहतर है. पहला बालक तो एक क्षण के लिए दुःख देता है, दूसरा बालक उसके माँ बाप को जिंदगी भर दुःख की अग्नि में जलाता है.

A stillborn son is superior to a foolish son endowed with a long life. The first causes grief for but a moment while the latter like a blazing fire consumes his parents in grief for life.

निम्नलिखित बाते व्यक्ति को बिना आग के ही जलाती है...
→ एक छोटे गाव में बसना जहा रहने की सुविधाए उपलब्ध नहीं.
→ एक ऐसे व्यक्ति के यहाँ नौकरी करना जो नीच कुल में पैदा हुआ है.
→ अस्वास्थय्वर्धक भोजन का सेवन करना.
→ जिसकी पत्नी हरदम गुस्से में होती है.
→ जिसको मुर्ख पुत्र है.
→ जिसकी पुत्री विधवा हो गयी है.

Residing in a small village devoid of proper living facilities,
→ serving a person born of a low family,
→ unwholesome food,
→ a frowning wife,
→ a foolish son,
→ a widowed daughter burn the body without fire.

वह गाय किस काम की जो ना तो दूध देती है ना तो बच्चे को जन्म देती है. उसी प्रकार उस बच्चे का जन्म किस काम का जो ना ही विद्वान हुआ ना ही भगवान् का भक्त हुआ.
What good is a cow that neither gives milk nor conceives? Similarly, what is the value of the birth of a son if he becomes neither learned nor a pure devotee of the Lord?
चाणक्य नीति : भाग - 17 | Chanakya Neeti : Chapter - 17

Chanakya Neeti

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