थोड़ी देर बातचीत कर, आदित्य लौट आया अपने रूम में| मेरे मन का मोमबत्ती जो पुरवाई के झोंका में बुझने वाला था वह अचानक जगमगा उठा| मैं मन-ही-मन ख़ुश हो गया कि चलो अब किस्सा पूरा कर लिया जाए| पर हाय ...रे ...! देवता| लौ तो बुझ गया| आदित्य रूम में आते ही जल्दी-जल्दी लोअर उतार कर जींस पैंट और टी-शर्ट चढ़ा बाहर जाने लगा|

आदित्य बाहर जा चुका था| शायद मार्केट गया होगा या किसी यार-दोस्त के रूम पर| पता नहीं पर मुझे गुस्सा और तरस दो‌नों आ रहा था तत्काल आदित्य पर| कितना बेवकूफ लड़का है? एक तरफ़ अपने बारे में लिखवाना भी चाहता है| और दूसरी तरफ़ कुछ बताना भी नहीं चाहता| वैसे भी किसी व्यक्ति विशेष के बारे में लिख पाना इतना भी आसान काम नहीं| इतने दिनों से वह कहता था तो मैं नहीं लिखता था| और आज जब मैं उस पर कुछ लिखना चाह रहा तो वह भागे फिरता है|
उक्त समय नहीं था शायद| उस समय मैं मन मसोस कर रह गया| अब तो रात का ही इंतज़ार करना होगा आगे की कहानी जानने के लिए|

तेरे इश्क़ में आडवाणी हो जाएंगे सनम - 1   ---   तेरे इश्क़ में आडवाणी हो जाएंगे सनम - 2   ---   तेरे इश्क़ में आडवाणी हो जाएंगे सनम - 3   ---   तेरे इश्क़ में आडवाणी हो जाएंगे सनम - 4

तब तक के लिए मैं भी बाजार से साक-सब्जी लाने चला गया| आदित्य घूम-फिर कर अपने कमड़े पर आ गया था इस बीच| अपने रूम में बाजार से आते ही आदित्य के रूम का ताला खुला देख मेरी बाँछें खिल उठी| मैं जल्दी-जल्दी अपना सब्जी वाला झोला किचन में पटक, कपड़े उतारे बिना ही उसके रूम में पहुँच गया| मेरी बेताबी देखने लायक थी उस समय| मुझ में तनिक भी सब्र नहीं बची थी| मैं पूरी की पूरी कहानी एक ही साँस में सुन लेना चाहता था|
मुझे देखते ही आदित्य दाँत निपोड़ कर हँसने लगा| मेरे आगमन  का शायद पहले से ही अनुमान था आदित्य‌ को| वह लैपटॉप पर कुछ काम करने में लगा हुआ था जो मुझे देखते ही फोल्ड करके रख दिया| मैं भी ढ़ीठ बालक के जैसे कुरेदने लगा आदित्य के मानस पटल को| मुझे भी चैन कहाँ थी? मैंने सबसे पहले उसके मूड को जाँचने के उद्देश्य से पूछा - "ये बेल्ट्रॉन क्या है जी"? वैसे तो मुझे बेल्ट्रॉन के बारे में पूर्ण जानकारी था कि वह बिहार इलेक्ट्रिक बोर्ड का शॉर्ट नाम है| मगर मुझे उसमें तनिक भी जिज्ञासा न था| मैं तो बस जानना चाहता था कि आखिर आदित्य को पप्पुआ अक्सर ही बेल्ट्रॉन-बेल्ट्रॉन कहके क्यों बुलाता है|

तेरे इश्क़ में आडवाणी हो जाएंगे सनम - 1   ---   तेरे इश्क़ में आडवाणी हो जाएंगे सनम - 2   ---   तेरे इश्क़ में आडवाणी हो जाएंगे सनम - 3   ---   तेरे इश्क़ में आडवाणी हो जाएंगे सनम - 4

आदित्य बत्तीसी दिखाता हुआ अपने गालों पर डिंपल उभार कर मंद-मंद मुसकाता रहा| मैं भी ज़िद्दी नम्बर वन| कहाँ उसके मुस्कानों के पीछे छिपे राज़ को जाने बिना रह सकता था| मैं ज़िद्द पर ज़िद्द करने लगा| वह मुस्कुराते हुए बोला -"बेल्ट्रॉन एक राज है जो कभी नहीं जान पाएंगे आप"|
मैंने बातों को गोल-गोल घुमाते हुए पुनः कहा - "अच्छा चलो तुम नहीं बताना चाहते तो कोई बात नहीं| पर तुम्हारा अनोखी के संग क्या चक्कर है? आखिर हमलोगों को बारात भी ले चलोगे या बस यूँ ही ब्याह कर आओगे"?
आदित्य बस मुस्कुराता रहा|
मैं ज़िद ज़ारी रखा| अंततःगोत्वा आदित्य सरैंडर डाल गया मेरे ज़िद के आगे| वह सुनाने लगा अपनी प्रेम कहानी|

- "जानते हैं अनोखी मुझे पॉलेटेक्निक के कोचिंग में मिली थी| बिलकुल सिंपल, साधारण सी लड़की| वह क्लास में बिल्कुल अकेले एक कोने में बैठा करती थी| मैंने कभी उसकी ओर विशेष ध्यान नहीं दिया था| एक दिन हमारे ट्यूटर उसके नाम 'अनोखी' कहके जब उसे पुकारने लगे तब जाकर उसकी ओर मेरा ध्यान गया| नाम में एक अट्रेक्सन था जो मुझे उसकी ओर खींचने लगा| वैसे तो मेरे क्लास की लगभग लड़कियाँ मेरे फ्रेंड-लिस्ट में शामिल थी मगर वह अकेली लड़की थी जिसका कोई फ्रेंड नहीं था| मैंने सोचा मैं ही बन जाता हूँ अनोखी का फ्रेंड|

तेरे इश्क़ में आडवाणी हो जाएंगे सनम - 1   ---   तेरे इश्क़ में आडवाणी हो जाएंगे सनम - 2   ---   तेरे इश्क़ में आडवाणी हो जाएंगे सनम - 3   ---   तेरे इश्क़ में आडवाणी हो जाएंगे सनम - 4

एक दिन क्लास में मैं जल्दी पहुँच गया था वह भी आ चुकी थी| मैंने मौका पाकर दोस्ती का हाथ बढ़ाया उसके तरफ़, पर वह बिफ़र उठी मुझ पर| कहने लगी "हम ऐसी-वैसी लड़की नहीं है जो आप जैसे उच्चका लड़कों से दोस्ती करते फिरें"| गंगा मैया सपत भैया उस समय मन तो हुआ कि लाज से गंगा के रेत में मुँह घुसा कर छुप जाएं| पर क्या कहें भैया अनोखी उसी अदा दिल ले गई| इससे पहले मुझे इश्क़-विस्क का तनिक भी इल्म नहीं था| मैं तो बस लड़कियों से दोस्ती करके ही ख़ुश हो लिया करता था"|
मेरा इक्साइटमेंट और बढ़ने लगा| मैंने पूछा - "तो क्या पहली नज़र वाला इश्क़ हो गया"?

आदित्य मुसकुराया फिर बोला - "कह सकते है एकतरफा इश्क़ हो गया| लेकिन पूर्ण इश्क़ नहीं कहा जा सकता है'|

- "क्या मतलब"? > तेरे इश्क़ में आडवाणी हो जाएंगे सनम - 3


Rajan Singh

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