गर्दिश में है तारे मुझे उठा दो

गिर रहा हूं हाथ अपना बढा दो

सब कुछ अगर है बिकाऊ

सच्ची मुहोब्बत का मोल बता दो

रिश्ते बहोत नाज़ुक होते है

अपनी थोड़ी रिश्तेदारी तो जता दो

होंशले बुलंद करूँगा

सच नही कोई ख्वाब ही दिखा दो

कोई और जचता नही

आओ अब तुम ही जिंदगी बना दो

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