सिराज गाड़ी तेज चलाने लगा था आज काफ़ी देर हो गई थी यकीनन आज वह अब्बा से डांट सुनने वाला था यही सब सोच कर जा ही रहा था कि तभी एक बदहवास सी लड़की काँपते हाथों से लिफ्ट मांगी तो वह हैरान नजरों से देखते हुए गाड़ी रोक दिया ।
लड़की के कपड़े फटे चिटे थे काफ़ी डरी थी वह गाड़ी में बैठी तो सिराज ने गाड़ी चला दी फिर पूछा कहाँ जाना है तो उसने कहा मुझे पुलिस स्टेशन छोड़ दीजिए । सिराज अहमद अवाक् रह गया उसकी गहरी और नीली आँखों में झाँकने लगा जहाँ उसे बेबसी के अश्क बहते दिखे । लड़की बेहद मासूम और खूबसूरत थी ,जो कोई देखता उसकी ओर बस देखते रह जाता ।
सिराज गाड़ी तेज चलाने लगा था आज काफ़ी देर हो गई थी यकीनन आज वह अब्बा से डांट सुनने वाला था यही सब सोच कर जा ही रहा था कि तभी एक बदहवास सी लड़की काँपते हाथों से लिफ्ट मांगी तो वह हैरान नजरों से देखते हुए गाड़ी रोक दिया ।
लड़की के कपड़े फटे चिटे थे काफ़ी डरी थी वह गाड़ी में बैठी तो सिराज ने गाड़ी चला दी फिर पूछा कहाँ जाना है तो उसने कहा मुझे पुलिस स्टेशन छोड़ दीजिए । सिराज अहमद अवाक् रह गया उसकी गहरी और नीली आँखों में झाँकने लगा जहाँ उसे बेबसी के अश्क बहते दिखे । लड़की बेहद मासूम और खूबसूरत थी ,जो कोई देखता उसकी ओर बस देखते रह जाता ।
दीवानगी का सुरूर - 1 --- दीवानगी का सुरूर - 2 ---दीवानगी का सुरूर - 3 --- दीवानगी का सुरूर - 4 --- दीवानगी का सुरूर - 5 --- दीवानगी का सुरूर - 6 --- दीवानगी का सुरूर - 7
मगर सिराज सर झटकते हुए पुलिस स्टेशन की ओर गाड़ी मोड़ दिया तभी उसके सामने एक गाड़ी आकर रूकी !और उसमें से दो तीन मोटे पहलवान जैसे दिखने वाले लठैत निकले । सिराज को गाड़ी रोकनी पड़ी । उसमें से एक लड़का निकला गन को हाथ में लिए और उस लड़की को कहा अबे डॉल हमसे बचकर कहाँ जाओगी आओ मेरे पास सिराज गाड़ी से उतरा तो ,उसके पीछे वह लड़की भी उतरी और सिराज के पीठ पीछे छिप गयी सिराज ने जब उसे सहमी सहमी देखा तो उसके कंधे पे हाथ रखकर तसल्ली दी ।
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वह लड़का सिराज से कहने लगा -" लड़की को मेरे हवाले कर वर्ना समझो तेरी सामत आ गयी "।सिराज तू क्या करेगा कमीने किसी लड़की की आबरू बेचते तुझे शर्म नहीं आती , सोच इस जगह तेरी बहन हो तो ।"जब उस लड़के ने कहा कि इसे तो कोठे की शोभा बनना है ये बचकर जाएगी कहाँ? तो सिराज को तैश आ गया । उसने गुस्से से मुठ्ठियाँ भींची ।
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सिराज जब उसकी तरफ बढ़ने लगा तो उसने गोली चला दी !मगर फिर भी सिराज नहीं रूका ,एक जंप मारकर उसे नीचे गिराया तो उसकी पिस्तौल हाथ से छूटकर जमीन पर आ गिरी ।फिर सिराज ने पिस्तौल उठाकर उस पर तान दी ,तो वे सभी दुम दबाकर भागे ।
वह लड़की अब तक डरी सहमी रो रही थी !फिर उसने अपने दुपट्टे का कोना फाड़कर सिराज की ओर अपने कदम बढ़ाने लगी तो सिराज हैरान हुआ ।
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क्रमशः
क्रमशः